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जिन विपदाओं से पुरुष भी है हार जातें
उन कठिनाइयों का हल होती नारियाँ!
नारियाँ दया व प्रेम,ममता की होती खान
सृष्टि का आज और कल होती नारियाँ!
नारियाँ ही जन्म देती भगत-शेखर-शिवा
राष्ट्रों का सदा आत्मबल होती नारियाँ!
जिस घर भी ये जन्म लेती वो पवित्र होता
तार देने वाली गंगाजल होती नारियाँ!!
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सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया(छत्तीसगढ़)
8839740208
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