मोर पंख
शनिवार, 30 जनवरी 2021
गाँधी(रोला 3)
*रोला-३ गाँधी*
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बापू के ले नाम, सियासी रोटी सेंकय |
भाषण मा कर याद,वोंट कुरसी बर छेंकय||
गांधी तोर दिखाय, राह ना रेंगय कोनो |
रोवत हावय आज,देश अउ जनता दोनों ||
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सुनिल शर्मा"नील"
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