परस्पर लड़ना नही चमन गुलजार बनाये रखना! अमन व सुकून का महकता संसार बनाये रखना! मैं डटा रहूँगा अंतिम श्वास तक सीमा की रक्षा में तुम वतन में भाईचारा का व्यवहार बनायेरखना!!
कवि सुनिल"नील" 7828927284
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