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घाव बने नासूर कहीं न जड़ से
इसे मिटायेंगे
क्रूर आतंकियों को इनकी भाषा
में समझायेंगे
आतंकवाद का घुन कहीं मानवता
चट न कर जाए
भेद मिटाकर आपस के चलो मिलकर
इसे हराएंगे|
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📝सुनिल शर्मा"नील"
थान खम्हरिया,बेमेतरा
7828927284
CR
16/11/2015
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