अंधेरे के सहारे न कोई कभी जीत पाएगा !
रखेगा भेद जो मन में नही वह मीत पाएगा!
जो बांटोगे यहाँ पर प्रेम राज उसका सदा होगा,
कभी कोई बाँटकर नफरत नही यहाँ प्रीत पाएगा !!
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