""सच्चा प्रेम""
🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼
सच्चा प्रेम वही है जो साया बनकर
साथ निभाए
दुख के घने अंधेरों में भी दिनकर
बनकर राह दिखाए
कम हो जाए भले रोशनी इन आँखों
की वक़्त के साथ
पर न आए कभी वो पल जब ये
सामने तुझे न पाए|
🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼🌼
सुनिल शर्मा "नील"
थान खम्हरिया,बेमेतरा
7828927284
CR
22/12/2015
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें