🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 घर कमरें बने रिश्ते कहीं खो गए स्वार्थ के युग में कितने अंधे हो गए भूख से तड़पते रहे रातभर माँ-बाप बेटे और बहु घोड़े बेंचकर सो गए| 🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 सुनिल शर्मा नील थान खम्हरिया,बेमेतरा 7828927284 CR
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