रहता पक्ष विपक्ष में आपस में अनुबंध ! राजनीति गंदी हुई,उठती अब दुर्गंध! जनता से ये नेह की,करते दोनों बात, सत्ता में जो खुद किये,अब माँगें प्रतिबंध !
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