दोहा मुक्तक ---------
दंगल मचा चुनाव का,नेताओं में जंग ! बिगड़े बोलो से सभी,घोल रहे है भंग ! जात-पात के नाम पर,बढ़ा रहे है द्वेष दुविधा में वोटर सभी,किसका दे हम संग!
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