मदन(रूपमाला) छंद
पहिली प्रयास
विषय -हार झन मान
मदन(रूपमाला) छंद
पहिली प्रयास
विषय -हार झन मान
(सुधार के बाद)
जीतना हे जंग मोला, आज मन मा ठान |
हार झन तैं मान संगी, कर्म हर भगवान |
होय नइ हासिल लड़े बिन, लक्ष्य कोनो जान |
भाग के बल बैठ झन तैं, कर्म कर इंसान ||
सुनिल शर्मा नील
सुनिल शर्मा नील
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें