मोर पंख
शनिवार, 16 जनवरी 2021
पीरा(उल्लाला-15)
*पीरा*
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दुख पीरा कतका सहव, जिनगी हा जंजाल रे |
जीना अब बिरथा लगय, किरपा कर नंदलाल रे ||
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सुनिल शर्मा"नील"
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