मोर पंख
शनिवार, 16 जनवरी 2021
मया(उल्लाला 17)
बाँटव मया
●●●●
मया बिना संसार हा, हावय ये निस्सार जी |
कहिथे सब्बो ग्रंथ मन, बाँटव मया दुलार जी ||
●●●●
सुनिल शर्मा"नील"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें