मोर पंख
रविवार, 19 सितंबर 2021
दोहा देश पर -3
चौंकस रहतें रातदिन, सहकर लाखों पीर |
तब जाकर बनती कही, भारत की तस्वीर ||
सुनिल शर्मा "नील"
छत्तीसगढ़
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें