मोर पंख
मंगलवार, 16 फ़रवरी 2021
गाय(रोला 16)
रोला 16
*गाय*
*सुधार के बाद*
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दही-मही अउ दूध, गाय के हे गुणकारी |
करथे ये उद्धार, मनुज बर हे उपकारी ||
सबो देव के वास, गाय के अंतस करथे |
करथे जेन प्रणाम,सदा भव पार उतरथे ||
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सुनिल शर्मा"नील"
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